गोंडा। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में आज दोपहर 2 बजे महिला पहलवानों से जुड़े कथित यौन शोषण मामले की सुनवाई होगी। इस दौरान कैसरगंज के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह और भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व सचिव विनोद तोमर अदालत में पेश होंगे।
🔹 गवाहों के बयान दर्ज होने की प्रक्रिया अंतिम चरण में
मामले में अब केवल दो महिला पहलवानों के बयान दर्ज होने बाकी हैं।
आज की सुनवाई में भी इनके बयान दर्ज किए जाने की संभावना है।
इससे पहले 10 अक्टूबर को भी सुनवाई हुई थी, लेकिन दोनों पहलवान बयान दर्ज कराने कोर्ट नहीं पहुंची थीं।
सूत्रों के अनुसार, यह भी ध्यान देने योग्य है कि अभी तक किसी भी मुख्य पीड़िता ने सीधे तौर पर कोर्ट में बयान नहीं दर्ज कराया है, बल्कि महिला पहलवानों के बयान गवाहों के तौर पर दर्ज किए जा रहे हैं।
🔹 एफआईआर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुई थी
मामले की शुरुआत तब हुई जब मई 2023 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर
दिल्ली पुलिस ने महिला पहलवानों की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की थी।
जांच के बाद दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आरोपपत्र (चार्जशीट) अदालत में दाखिल किया।
इसके बाद से ही राउज एवेन्यू कोर्ट में नियमित रूप से सुनवाई चल रही है।
वर्तमान में, बृजभूषण के वकील महिला पहलवानों के बयानों पर जिरह (क्रॉस-एग्जामिनेशन) कर रहे हैं।
🔹 बृजभूषण बोले — “अब मामला ज्यादा दिन नहीं चलेगा”
बृजभूषण शरण सिंह ने अपने बयान में कहा —
“अब पूरा मामला ज्यादा दिन तक चलने वाला नहीं है,
क्योंकि इस पूरे मामले में कोई दम नहीं है।”
वहीं, अदालत सूत्रों के मुताबिक सभी गवाहों के बयान दर्ज होने के बाद
यह मामला दिसंबर के अंत तक समाप्त हो सकता है।
🔹 पृष्ठभूमि: महिला पहलवानों के आरोपों से हिली थी खेल जगत की नींव
इस मामले ने वर्ष 2023 में देशभर में बड़ा राजनीतिक और खेल विवाद खड़ा कर दिया था।
कई महिला पहलवानों ने दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना देकर बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए थे।
कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ियों ने इस आंदोलन में हिस्सा लिया था।
सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद ही एफआईआर दर्ज की गई और दिल्ली पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) ने जांच पूरी कर चार्जशीट दाखिल की थी।

