Breaking News
गोंडा में युवक ने बाइक पर किया खतरनाक स्टंट: बोला- ‘पुलिस ने प्रोत्साहित किया’, वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
‘पीएम पद के लिए राहुल गांधी को नहीं मिलेगी वैकेंसी’: बृजभूषण शरण सिंह का बड़ा बयान, बोले- पूरे देश में होना चाहिए SIR
गोंडा में मोटर चोरी करने वाला गिरोह गिरफ्तार: खेतों से चुराकर ऊंचे दामों में बेचते थे, पुलिस ने 4 आरोपी पकड़े
गोंडा में RO/ARO परीक्षा के लिए तैयारियां पूरी: 26 केंद्रों पर 11184 अभ्यर्थी होंगे शामिल, CCTV से होगी निगरानी
मनोरमा नदी पुनर्जीवन में 1.200 किमी की प्रगति: गोंडा में जलसंरक्षण को मिला नया जीवन
कमिश्नर ने देवीपाटन मंडल की मंडलीय समीक्षा बैठक की: बॉर्डर इलाकों पर विशेष निगरानी और विकास कार्यों में तेजी के निर्देश
सरकारी नौकरी: इंटेलिजेंस ब्यूरो में 10वीं पास के लिए निकली 4987 वैकेंसी, उम्र सीमा 40 साल तक; सैलरी ₹70,000
गोंडा: स्टे के बावजूद कोटेदार ने बांटा खाद्यान्न, आपत्ति जताने पर दूसरे कोटेदार से मारपीट; डीएम ने दिए जांच के आदेश
गोंडा: जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बाढ़ प्रबंधन का लिया जायजा, बोले – बचा हुआ काम जल्द पूरा करें

स्वामी प्रसाद मौर्य का कांवड़ यात्रा पर बयान: “शिव भक्त नहीं, सत्ता संरक्षित गुंडे माहौल बिगाड़ रहे हैं”

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कांवड़ यात्रा को लेकर विवादास्पद बयान दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांवड़ियों के वेश में कुछ सत्ता संरक्षित गुंडे और माफिया यात्रा की आड़ में अराजकता और माहौल बिगाड़ने का काम कर रहे हैं।

स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा –

“भगवान शिव के असली भक्त भोले होते हैं, वे कभी हिंसा या अराजकता में शामिल नहीं हो सकते। जो लोग सड़कों पर बवाल और हंगामा कर रहे हैं, वे कांवड़ यात्रा की पवित्रता को ठेस पहुंचा रहे हैं।”

उन्होंने ये भी कहा कि यह सब कुछ सरकारी संरक्षण में हो रहा है और इससे यात्रा का उद्देश्य ही बदनाम हो रहा है।

🔎 योगी सरकार पर सीधा हमला

स्वामी प्रसाद मौर्य ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि राज्य सरकार धार्मिक आस्था की आड़ में गुंडों को बढ़ावा दे रही है, जिससे आम जनता की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं।

🛕 कांवड़ यात्रा की पवित्रता पर चिंता

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह कांवड़ यात्रा के विरोधी नहीं हैं, बल्कि उसके नाम पर होने वाले राजनीतिक खेल और कानून व्यवस्था की अनदेखी का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा –

“जो शिवभक्त होते हैं, वे शांतिप्रिय होते हैं। वे तो जल चढ़ाकर लौट जाते हैं, बवाल नहीं करते।”


📣 राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आने की संभावना

स्वामी प्रसाद मौर्य के इस बयान के बाद यह तय है कि सत्तारूढ़ भाजपा और हिंदू संगठनों की तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल सकती है। वहीं, विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमलावर हो सकता है।


👉 निष्कर्ष:
कांवड़ यात्रा एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परंपरा है, जिसे लेकर राजनीति और बयानबाजी तेज हो गई है। स्वामी प्रसाद मौर्य का यह बयान इस बहस को और गहरा कर सकता है कि धार्मिक आयोजनों में किस हद तक राजनीतिक हस्तक्षेप हो रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top