गोंडा। उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान (CM Yuva) के तहत गोंडा में एक दिवसीय कैपेसिटी बिल्डिंग कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला जिला पंचायत सभागार में संपन्न हुई, जिसमें जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए लगभग 250 से 300 युवाओं ने भाग लिया।
इस कार्यशाला का उद्देश्य युवाओं को स्वरोजगार, स्टार्टअप, और माइक्रो-बिजनेस के प्रति जागरूक करना और उन्हें आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करना था। कार्यक्रम में महिला प्रतिभागियों की उल्लेखनीय उपस्थिति रही और उन्हें विशेष अवसरों की जानकारी भी दी गई।
विशेषज्ञों ने दिए उपयोगी सुझाव
कार्यशाला में राज्य स्तरीय प्रशिक्षकों, बैंकिंग विशेषज्ञों, उद्योग विभाग के अधिकारियों और सफल उद्यमियों ने भाग लिया। उन्होंने युवाओं को बिजनेस मॉडल डेवलपमेंट, मार्केटिंग स्ट्रैटेजी, फाइनेंसिंग, लोन योजना, और सरकारी सब्सिडी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
महिलाओं को विशेष लाभ
कार्यक्रम में बताया गया कि महिला उद्यमियों को प्राथमिकता के आधार पर लोन व प्रशिक्षण सुविधा दी जाएगी। स्टार्टअप इंडिया, मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना (PMEGP) जैसे कार्यक्रमों की भी जानकारी साझा की गई।
जिलाधिकारी व अन्य अधिकारियों की उपस्थिति
कार्यशाला में जिलाधिकारी, उद्योग विभाग के प्रतिनिधि, बैंक अधिकारियों सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। जिलाधिकारी ने कहा कि “युवा ही प्रदेश और देश का भविष्य हैं। सरकार का प्रयास है कि युवा सिर्फ नौकरी तलाशने वाले न बनें बल्कि रोजगार देने वाले भी बनें।”
उद्यमिता की दिशा में गोंडा का नया कदम
गोंडा में इस तरह के आयोजनों से यह स्पष्ट हो रहा है कि सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में भी आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए गंभीर है। स्थानीय युवाओं को इस प्रकार की ट्रेनिंग से भविष्य में सशक्त उद्यमी बनने का अवसर मिलेगा।
निष्कर्ष:
सीएम युवा उद्यमी विकास कार्यशाला ने गोंडा जिले के युवाओं के लिए आत्मनिर्भरता की नई राह खोली है। सरकार की इस पहल से स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन और महिला सशक्तिकरण को भी बल मिलेगा।