गोंडा। जिले में सोमवार को एक भयावह हादसा हुआ जब एक जर्जर मकान गिरवाते समय अचानक छत भरभराकर नीचे गिर गई। इस दर्दनाक घटना में चार लोग दब गए। सूचना मिलते ही स्थानीय लोग और प्रशासनिक अमले ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और सभी को सुरक्षित बाहर निकालकर जिला अस्पताल भेजा।
मकान गिरने का घटनाक्रम:
मकान की मरम्मत कार्य चल रहा था। तभी अचानक मकान की पुरानी छत ढह गई। मौके पर मौजूद मजदूर चार लोग थे, जो मकान की मरम्मत में जुटे थे।
घायलों की स्थिति:
तीन लोगों की हालत फिलहाल सामान्य बताई जा रही है। उनकी प्राथमिक चिकित्सा जिला अस्पताल गोंडा में की गई। जबकि एक युवक की स्थिति गंभीर होने पर उसे लखनऊ के बड़े अस्पताल में रेफर किया गया था। दुर्भाग्यवश, अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मृत्यु हो गई। मृतक की पहचान अब तक नहीं हो सकी है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया:
घटना के तुरंत बाद आसपास के ग्रामीण और स्थानीय लोग मौके पर एकत्रित हो गए। उन्होंने जिला प्रशासन और राहत कार्यकर्ताओं से मांग की कि जर्जर मकानों पर तत्काल कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।
प्रशासन की प्रतिक्रिया:
जिला प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। स्थानीय अधिकारीयों ने बताया कि फिलहाल राहत और बचाव कार्य प्राथमिकता पर हैं। साथ ही, ऐसे सभी पुराने और जर्जर भवनों की पहचान कर उन्हें चिन्हित करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
विशेष टिप्पणी:
मकान गिरने की यह घटना बार-बार दोहराए जा रहे निर्माण संबंधित हादसों की याद दिलाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि बिना विशेषज्ञ सलाह और पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम के काम करवाना बेहद खतरनाक साबित हो सकता है।

